हरी थी मन भरी थी नो लाख मोतियों से जड़ी थी राजा जी के खेत में दुप्पटा ओढ़े खड़ी थी Hari thi man bhari thi, Lakh moti jadhi thi, raja ji ke kat mein dushala odhe khadhi thi

हरी थी मन भरी थी नो लाख मोतियों से जड़ी थी राजा जी के खेत में दुप्पटा ओढ़े खड़ी थी Hari thi man bhari thi, Lakh moti jadhi thi, raja ji ke kat mein dushala odhe khadhi thi

आई दोस्तों आज हम आपको इस मजेदार पहेली का उत्तर बताने वाले हैं, दोस्तों आप कहीं सारी पहेलियां पढ़ते हैं, लेकिन जब भी आप कोई पहले पढ़ते हैं। आपको इस पहेली के बारे में अवश्ययाद आता है, क्योंकि यह काफी मजेदार और इंटरेस्टिंग पहेली है। इस पहेली को गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है।

यह दिमाग बढ़ाने वाली पहेली है। अगर आप अपने बच्चों को इस पहेली के बारे में बताते हैं, तो आपके बच्चे का दिमाग काफी विकसित होता है, तो चलिए पहेली के बारे में हम आपको बताते हैं। पहेली का इंटरेस्टिंग उत्तर भी हम आपको नीचे देने वाले हैं।

पहली कुछ इस प्रकार है कि हरी थी मन भरी थी नो लाख मोतियों से जड़ी थी राजा जी के खेत में दुप्पटा ओढ़े खड़ी थी। इस पहेली के बारे में अपने पहले भी सुना होगा यह पहली हमारे स्कूल के सिलेबस में भी आती है। इसका जवाब बच्चे काफी उत्सुकता से देते हैं। तो चलिए इस मजेदार पहेली का अर्थ जान लेते हैं।

हरी थी मन भरी थी, लाख मोती जड़ी थी, राजा जी के खेत में दुशाला ओढ़े खड़ी थी।

Hari thi man bhari thi, Lakh moti jadhi thi, raja ji ke kat mein dushala odhe khadhi thi.

मक्का, भुट्टा

इस पहेली का उत्तर मक्का है जिसे हम भुट्टा भी कहते हैं। तो दोस्तों अब तो आप लोग समझ गए होंगे कि हरी थी मन भरी थी, लाख मोती जड़ी थी, राजा जी के बाग में दुशाला ओढ़े खड़ी थी। इस पहेली का उत्तर क्या है।